जीवन एक ऐसा रंगमंच है जिसमें कब, कहाँ, किसे
किससे प्यार हो जाए कहना बहुत ही मुश्किल है।
क्योंकि उस प्यारे से
प्यार की झलक पाने को
इंसान तरस जाता है
उसकी आवाज, उसकी हँसी
सुनने को तक इंसान
को वक्त का
इंतजार करना पड़ता है।
जिसने सही मायने में
किसी से प्यार किया हो
सही मायने में अपना
दिल किसी ऐसे इंसान
के नाम लिख दिया हो
जो वास्तव में
बहुत ही प्यारा हो।
प्यार दिल से
निकलने वाली उस तड़प
का नाम है
जिसमें एक झलक पाने की
ललक भी कितना जीना
मुश्किल कर देती है।
अगर दिलों के
वे दोनों बादशाह
जब समझ लें उस तड़प को
तो मुश्किल नहीं है समझना
प्यार के सही मायने को।
Sunday, April 18, 2010
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