हाँ यह सच हैं कुछ रिश्ते ऐसे होते हैं जिन्हें नाम नहीं दे पाते हम
तब मैं कहता हूँ -उससे अगले जन्म में तुम मुझे अपनी कोख से जन्म देना
कुछ रिश्ते खुशबु की तरह साँसों में समाये रहते हैं
कुछ रिश्ते रक्त से बनते हैं और कुछ .. शब्द से
मेरी आत्मा कों सात जन्मो के लिये तुमने
अपनी कला से ,रचना से .. तृप्त कर दिया हैं
कभी रिश्तो में ममता हैं कभी स्नेह तो कभी प्रेम
बिना रिश्तो के जीवन सूना हैं
Monday, March 22, 2010
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment