तुम्हारे बिना मेरा जीवन था अधूरा
तुमसे मिलकर मुझे प्यार मिल गया पूरा
मुझे कभी मत कहना अलबिदा ........
अब जी न सकूंगा तुम्हारे बिना
कोई बात नहीं मुझसे कभी न मिलना
लेकिन चुपचाप ही -
मेरे मन उपवन में फूलों सा खिलना
सुन लिया करता हूँ मैं तुम्हारे ह्रदय की बात
लगता हैं मुझे मेरा दिल धड़कता हैं अब
तुम्हारे दिल के साथ
कोई जरूरी तो नहीं -कि -
चाँद हमेशा हो अम्बर के पास
कभी पूनम हैं तो कभी अमावश की रात
पर आकाश के मन में बुझती नही
कभी चांदनी से मिलने की आश KISHOR
Sunday, April 18, 2010
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